चले आज जानते है पैसों से जुड़े कुछ अनोखे फेक्ट्स जिसे जानकर आप हैरान हो ना हो, पर आपके Knowledge में इंक्रिमेंट ज़रूर आएगा…
क्या आप जानते है? दुनिया की मुद्रा का सिर्फ़ 8% ही वास्तविक भौतिक धन है. ज्यादातर पैसो का आदान-प्रदान डिजिटल रूप में यानी ATM, नेट बैंकिंग से किए जाते हैं जिसकी वजह से कोई भी भौतिक मुद्रा हाथ नहीं लगती।
दुनिया की सबसे पुरानी मुद्रा जो आज भी चलती है वो है ब्रिटिश पाउंड. यह 1200 साल पुरानी है मुद्रा है.
मानव इतिहास के शुरुआत में चीज़ों का कोई एक तय मूल्य नहि था. तब व्याहवार बाटर पद्धति से चलता था. मतलब मैं आपको गेहूँ दूँ और आप बदले में मुझे दाल दो, या में आपको कपड़े दूँ और आप मुझे बर्तन दो. उसके बाद धातु की ट्रेडिंग शुरू हुई. यानी गोल्ड, सिल्वर, ताम्बा वगेरा. और इसके बाद करेंसी के रूप में Coin यूज किए जाने लगे. एक साथ बहोत सारे Coins को लाना और लेजाना मुश्किल होने लगा इस लिए फिर पेपर-मनी का उपयोग किया जाने लगा. पेपर मनी की शुरुआत (618 A.D. – 907 A.D. में) चीन के तांग राजवंश से हुई थी.
भारत में मौर्य साम्राज से ही चांदी, सोने, तांबे और सीसे के सिक्के व्याहवार में लिए जाते थे. इस दौर में चांदी के सिक्के को रुप्यारुपा, सोने के सिक्के को स्वर्णरुपा, तांबे का सिक्के को ताम्ररुपा और सीसे के सिक्के को सीसारुपा कहा जाता था. छठी शताब्दी में सिक्कों को पुराण, कर्शपना या पना कहा जाता था. रूपए शब्द सन 1540-1545 में शेरशाह सूरी के द्वारा जारी किए गए सिक्को से प्रचलित हुआ और सिक्को को रूपए नाम से जाना जाने लगा. याद रहे के रूपए का अर्थ चाँदी होता हे, और संस्कृत में रूप्यकम् का अर्थ है चाँदी का सिक्का.
दोस्तों इस पृथ्वी पर हम इंसानो के हज़ारों सालों के इतिहास में कई इंसान अमिर बने और कई ग़रीब रहे. पर क्या आप जानते है की आज तक के हमारे पूरे इतिहास का सबसे अमिर इंसान कौन है? वो था Mansa Musa.. Musa 13 वी शताब्दी में हुआ आफ़्रिका का राजा था. और इसके पास अब तक की दुनिया की सबसे अधिक संपती थी. पर इतनी सम्पत्ति उसके पास आइ कहासे? तो जैसे आज बिल गेट्स सोफ्टवेरे बेच कर अमिर हुए है और वोरन बफ़्फ़ेट शेर ख़रीब बेच कर वैसे ही Mansa Musa उस समय की सबसे क़ीमती चीज़ गोल्ड और नमक को कंट्रोल करता था. और इन क़ीमती चीज़ों को प्रीजर्व कर के मूसा इतना अमिर बना था. वो अरब और यूरोप के व्यापारियो से भी सौदा कर पैसे कमाता था.
आज बिल गेस्ट के पास 96.5 बिलियन डोलर है और उन्हें ओवरटेक करके 2019 के सबसे अमीर व्यक्ति बने है Amazon के मालिक Jeff Bezos, जिनके पास टोटल 131 बिलियन डोलर की सम्पदा है. वही इतिहासकारों का कहेना है के Mansa Musa के पास उस ज़माने मे 400 बिलियन की विशाल सम्पत्ति थी. कुछ इतिहासकार मानते है के मूसा के पास 400 बिलियन से कई ज़्यादा संपती थी, जिसके आँकड़े का आज कोई सटीक अनुमान नहि लगाया जा सकता है.
यूरोपियन देश नेधरलेंड में राम नाम की नॉट चलती है. इस नॉट को महर्षि महेश योगी की संस्था ‘द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस’ ने साल 2002 में जारी किया था. एक रामा यूरोप में 10 यूरो के बराबर है. यह मुद्रा 1 राम, 5 राम और 10 राम के रूप में छपी है.
शेयर मार्केट की शुरुआत आज से क़रीब 400 साल पहेले नेधरलेंड्ज़ से हुई थी. स्टॉक मार्केट, इक्विटी मार्केट और शेयर मार्केट इन तीनो का एक ही मतलब है और इसमें आप किसी कंपनी के शेयर ख़रीद सकते हो या बेच सकते हो. शेयर ख़रीदने का मतलब की आप किसी कंपनी की कुछ प्रतिशक ओनरशिप ख़रीद रहे है. मतलब अगर उस कम्पनी को प्रोफ़िट होता है तो उस प्रोफ़िट का कुछ हिस्सा आपको भी मिलेगा और लॉस हुआ तो उसे आपको भी सहेना पड़ेगा.
400 साल पहेले नेधरलेंड्ज़ में समुद्री जहांजो पर लोग पैसे लगाते थे. ये जहाज़ दुनिया के विविध देशों में व्यापार करने के लिए जाते थे और जब वो वापस आते तो अपना प्रोफ़िट उनपर लगाए शेर होल्डेर्ज में बाँट दिया करते थे. धीरे धीरे ये सिस्टम पोपयूलर बन गया और शेयर-मार्केट की शुरुआत हुई.